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स्वास्थ्य

ग़ाज़ा सिटी: विभिन्न यूएन एजेंसियाँ, बच्चों को पोलियो से बचाने वाली वैक्सीन की ख़ुराकें पिलाने के अभियान में शामिल रही हैं.
UNRWA

ग़ाज़ा में पोलियो वैक्सीन की ख़ुराकें पिलाने के अभियान का नया दौर शुरू

इसराइल के क़ब्ज़े वाले ग़ाज़ा में, 10 वर्ष से कम आयु के लगभग 6 लाख बच्चों को पोलियो से बचाने वाली वैक्सीन की ख़ुराकें पिलाने के अभियान का नया दौर, शनिवार को शुरू हुआ है.

WHO, ग़ाज़ा पट्टी में, सितम्बहर 2024 से पोलियो वैक्सीन पिलाने का अभियान चला रहा है.
© UNRWA/Mohamed Hinnawi

‘WHO ग़ाज़ा में पोलियो के विरुद्ध अभियान जारी रखेगा’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि ग़ाज़ा में बड़े पैमाने पर पोलियो निरोधक वैक्सीन पिलाए जाने का अभियान, आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने यह अभियान, सितम्बर 2024 में शुरू किया था और तब से यह सफलतापूर्वक चलता रहा है.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कार्यकारी बोर्ड के 156वें सत्र को सम्बोधित किया.
WHO

सहायता धनराशि पर अमेरिकी रोक से, वैश्विक स्वास्थ्य प्रयासों पर जोखिम, WHO प्रमुख की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर में अहम स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए सहायता धनराशि रोके जाने की अमेरिकी सरकार की घोषणा और उसके असर पर गहरी चिन्ता जताई है. यूएन एजेंसी के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को आगाह किया कि इस क़दम से विश्व भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयासों के लिए सीधा ख़तरा है.

घाना के एक अस्पताल में ल्यूकीमिया से पीड़ित दो वर्षीय बच्चे का इलाज किया जा रहा है.
© WHO/Ernest Ankomah

कैंसर से जूझ रहे बच्चों के उपचार, दवाओं पर लक्षित एक नई पहल

बच्चों में कैंसर बीमारी के उपचार के लिए ज़रूरी दवाओं को मुहैया कराने के इरादे से यूएन की साझेदारी में एक नई पहल को उज़्बेकिस्तान और मंगोलिया में शुरू किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को इस नए प्लैटफ़ॉर्म की जानकारी देते हुए बताया कि इसे जल्द ही छह देशों में अमल में लाया जाएगा.

लाखों हिन्दू श्रद्धालु, भारत के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश के प्राचीन शहर प्रयागराज में महाकुम्भ मेले के लिए जुट रहे हैं.
© WHO India/ Alok Kumar

WHO: भारत में महाकुम्भ मेले को पोलियो मुक्त बनाए रखने की मुहिम

भारत सहित दुनिया भर के विभिन्न स्थानों से आए करोड़ों श्रद्धालु, देश के उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज में हर 12 वर्ष में लगने वाले महाकुम्भ मेले में गंगा नदी में शुद्धिकरण स्नान कर रहे हैं. अनुमान है कि 6 सप्ताह चलने वाले इस मेले में, धार्मिक प्रथाओं में भाग लेने के लिए, भारत और विदेशों से लगभग 40 करोड़ लोग महाकुम्भ मेले में जुटेंगे. इसीलिए भारत में WHO, यह सुनिश्चित करने में लगा है कि कहीं पोलियो बीमारी नहीं फैले और सरकार के साथ मिलकर पोलियो की निगरानी मज़बूत करने में सहायता कर रहा है. अलबत्ता, भारत एक पोलियो मुक्त देश है.

सीरिया के इदलिब मैटरनिटी हॉस्पिटल में चिकित्साकर्मी, आपातकालीन सर्जरी करते हुए.
© UNFPA/Abdul Razzaq Zakzouq

परिवार नियोजन जीवन बचाने में किस तरह सहायक

नाइजीरिया के उत्तरी हिस्से में जारी टकराव और भोजन की कमी के हालात में, सकीना सानी का विवाह 12 वर्ष की आयु में ही कर दिया गया था. सकीना, 15 वर्ष की उम्र में गर्भवती हो गईं, लेकिन तब उनका गर्भपात हो गया. फिर उन्होंने एक के बाद एक दो बच्चों को जन्म दिया. मगर क्या यह सकीना के स्वास्थ्य के लिए ठीक था और फिर इतनी जल्दी दो बच्चे क्यों पैदा हो गए?

विदेशी सहायता पर अमेरिकी रोक से इथियोपिया समेत अन्य देशों में एचआईवी कार्यक्रमों पर असर हो रहा है.
© UNICEF Ethiopia/Bethelhem Ass

अमेरिकी सहायता में कटौती से, एचआईवी रोकथाम प्रयासों पर जोखिम, UNAIDS की चेतावनी

एचआईवी/एड्स से निपटने पर केन्द्रित यूएन एजेंसी, UNAIDS ने सचेत किया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा विदेशी सहायता पर रोक लगाने से, समुदायों में एचआईवी रोकथाम प्रयासों को झटका लगा है और कुछ भ्रम की स्थिति है. अमेरिका ने इन कार्यक्रमों की मदद के लिए छूट की घोषणा की है मगर रोकथाम उपायों में जुटे सामुदायिक कार्यक्रमों में उसके असर को महसूस किया जा रहा है.

24 वर्षीय ज़ैनाबा महर औवाद, जिबूती की निवासी हैं. उस समय उनकी उम्र महज़ 10 साल जब वो महिला ख़तना की शिकार हुई थीं.
© Neuvième-UNFPA Djibouti

‘उसके पास सिरींज, उस्तरा और पट्टियाँ थीं: महिला ख़तना की पीड़ा

90 से अधिक देशों में लगभग 23 करोड़ लड़कियाँ, ख़ासतौर पर अफ़्रीका और एशिया में, महिला जननांग विकृति (FGM) की शिकार हुई हैं. यह एक दर्दनाक प्रक्रिया है जो उन्हें जीवन भर के शारीरिकभावनात्मक और मानसिक घाव दे सकती है. संयुक्त राष्ट्र की यौन व प्रजनन स्वास्थ्य एजेंसी (UNFPA) इस मुद्दे से निपटने के लिए अमेरिका समेत समस्त अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम कर रही है.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कार्यकारी बोर्ड के 156वें सत्र को सम्बोधित किया.
WHO

WHO से अलग होने के निर्णय पर पुनर्विचार करे अमेरिका - डॉक्टर टैड्रॉस

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने संयुक्त राज्य अमेरिका से अपने उस निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की है, जिसमें राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने संगठन से अलग होने की घोषणा की थी.

कैमरून के माउतअर्वा में एक महिला अपने नेगेटिव एचआईवी टैस्ट नतीजे को दिखा रही है.
© UNICEF/Frank Dejongh

UNAIDS: जीवनरक्षक एचआईवी उपचार के लिए, समर्थन जारी रखने के निर्णय का स्वागत

एचआईवी/एड्स की रोकथाम के लिए प्रयासरत यूएन एजेंसी (UNAIDS) ने संयुक्त राज्य अमेरिका के उस निर्णय का स्वागत किया है, जिसमें विदेशी सहायता पर रोक में छूट दिए जाने और एचआईवी उपचार के लिए धनराशि समर्थन जारी रखने की बात कही गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अपने एक कार्यकारी आदेश के ज़रिये सभी प्रकार की विदेशी सहायता पर अगले 90 दिनों के लिए तत्काल रोक लगा दी थी, जिससे लाखों लोगों के लिए एचआईवी इलाज सेवाओं पर असर होने की आशंका थी.