वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

प्रवासी और शरणार्थी

डीआरसी में हिंसक टकराव से बचकर भागने वाले क़रीब 71 हज़ार लोगों ने पूर्वी डीआरसी के लुशागाला में शरण ली है.
© UNOCHA/Wassy Kambale

DRC: बुरूंडी पहुँचने वाले विस्थापितों की संख्या बढ़ी, सहायता अपील जारी

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में गहराते मानवीय संकट के मद्देनज़र, चार करोड़ डॉलर की मानवीय सहायता धनराशि की अपील जारी की है. बताया गया है कि डीआरसी में संकट का असर पड़ोसी देशों, विशेष रूप से बुरूंडी में हो रहा है, जहाँ हज़ारों लोग वहाँ हताश हालत में शरण लेने के लिए पहुँच रहे हैं.

काँगोे से हज़ारों की संख्या में बुरूंडी पलायन कर रहे हैं लोग
© UNHCR/Bernard Ntwari

DRC में हिंसा ने, 35 हज़ार लोगों को बुरूंडी में धकेला

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय एजेंसियों ने कहा है कि काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में जारी हिंसा ने, हज़ारों लोगों को अपना देश छोड़कर अन्यत्र चले जाने के लिए मजबूर कर दिया है. प्रभावित लोग आधारभूत ज़रूरतें पूरी होने में भारी कमी के बीच, पड़ोसी देशों का रुख़ कर रहे हैं जिनमें बुरूंडी भी एक ऐसा ही देश है. 

डीआरसी के पूर्वी इलाक़े में युद्ध तेज़ होने के कारण, बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित स्थानों को पलायन कर रहे हैं.
© UNHCR/Bernard Ntwari

DRC: युद्ध से टूटने के कगार पर हैं लोग, वार्ता बहाल करने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में बढ़ते संकट पर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए, बुधवार को एक विशेष बैठक की है. साथ ही, डीआरसी के लिए संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष सहायता अधिकारी ब्रूनो लैमारकिस ने सभी युद्धरत पक्षों से, जीवनरक्षक राहत आपूर्ति को सबसे ज़रूरतमंद लोगों तक पहुँचने की अनुमति देने की अपील की है.
 

UNRWA, फ़लस्तीनी क्षेत्र में, स्कूल व आक्षय स्थल मुहैया कराती है.
© UNRWA

UNRWA के स्कूलों पर इसराइली छापे की निन्दा

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी (UNRWA) के महाआयुक्त फ़िलिपे लज़ारिनी ने बताया है कि इसराइली सेना ने, मंगलवार को पूर्वी येरूशेलम में स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर, इस एजेंसी के कलन्दिया प्रशिक्षण केन्द्र में जबरन प्रवेश किया, और इसे तत्काल ख़ाली करने का आदेश दिया.

कैनेडा में बसे एक सीरियाई शरणार्थी परिवार ने, चॉकलेट के ज़रिए मेज़बान समुदायों का दिल जीतने का एक अनोखा कारोबार शुरू किया, जो बहुत लोकप्रिय हुआ है.
UNHCR / Darren Calabrese

Peace by Chocolate: एक सीरियाई शरणार्थी परिवार की, दिल जीतने की अनोखी मिसाल

Peace by Chocolate, कैनेडा में, स्वादिष्ट चाकलेट बनाने की एक कम्पनी है, जिसकी दास्तान केवल मीठी चॉकलेट बनाने से कुछ अधिक है. इसके संस्थापक और सीईओ तारिक़ हदाद के लिए यह यह कारोबार, उन समुदायों के उत्थान में योगदान देने का एक तरीक़ा है जिन्होंने उन्हें अपने यहाँ अपनाया है. (वीडियो फ़ीचर)...

प्रवासी, लीबियाई रेगिस्तान को पार करने के बाद तस्करी मार्ग के ज़रिये भूमध्यसागर को पार करते हैं.
© Unsplash/Ahmed Almakhzanji

लीबिया: सामूहिक क़ब्रों में प्रवासियों के शव बरामद होने पर क्षोभ

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने लीबिया में सामूहिक क़ब्रों में प्रवासियों के शवों का बरामद होने पर क्षोभ जताया है और हिंसक टकराव व निर्धनता से बचकर बेहतर जीवन की तलाश में जोखिम भरी यात्राएँ करने वाले लोगों के समक्ष मौजूद ख़तरों के प्रति आगाह किया है.

UNRWA मध्य पूर्व क्षेत्र में फ़लस्तीनी शरणार्थियों को जीवनरक्षक सहायता मुहैया कराती है, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और भोजन सहायता शामिल हैं.
© UNRWA

फ़लस्तीनियों के अधिकार मायने रखते हैं, UNRWA प्रमुख

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी - UNRWA के मुखिया फ़िलिपे लज़ारिनी ने, एक ऐसी आबादी के लिए अपनी सेवाएँ मुैया कराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है जिसके अधिकारों के लगातार उल्लंघन किया जाता रहा है.

ग़ाज़ा में 15 महीनों के युद्ध के दौरान बेघर और विस्थापित होने वाले लोग, युद्धविराम लागू होने के बाद, अपने घरों को वापिस लौट रहे हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा में लाखों लोगों की अपने मूल स्थानों को वापसी, सहायता में तेज़ी भी

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियों ने कहा है कि इसराइल के क़ब्ज़े वाले क्षेत्र ग़ाज़ा पट्टी में, युद्धविराम लागू रहने के दौरान, लोग भारी संख्या में अपने घरों को लौट रहे हैं और केवल सोमवार को ही, लगभग 2 लाख 20 हज़ार लोग, दक्षिणी ग़ाज़ा से उत्तरी ग़ाज़ा में अपने स्थानों को वापिस लौटे हैं.

सीरिया में असद शासन का अन्त होने के बाद, इसराइल ने भी सीरिया के भीतर अनेक ठिकानों पर हमले किए हैं.
© UNOCHA/Ali Haj Suleiman

सीरिया: अपने देश लौटने वाले 1.25 लाख शरणार्थियों के लिए हताशा भरे हालात

सीरिया में असद शासन के पतन के एक महीने बाद, अब तक 1.25 लाख से अधिक शरणार्थी अपने देश वापस लौटे हैं. मगर, संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने चेतावनी दी है कि कई वर्ष सीरिया से बाहर गुज़ारने के बाद ये शरणार्थी उम्मीदों के साथ यहाँ आए थे, मगर फ़िलहाल उन्हें हताश परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.

सीरिया में परिवार बाब अल-हवा सीमा चौकी के ज़रिये तुर्कीये से अपने देश लौट रहे हैं.
© UNHCR/Hameed Maarouf

सीरिया: असद शासन के पतन के बाद से अब तक, 1.15 लाख नागरिकों ने की देश वापसी

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के अनुसार, 8 दिसम्बर को असद शासन के पतन के बाद से अब तक तुर्कीये, जॉर्डन और लेबनान समेत अन्य देशों से एक लाख 15 हज़ार से अधिक सीरियाई नागरिक अपने देश वापसी कर चुके हैं.