वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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जलवायु और पर्यावरण

हेती में आम लोग गैंग युद्ध से त्रस्त हैं और देश में क़ानून व्यवस्था लागू होने के साथ-साथ, स्थिरता की मांग कर रहे हैं.
© UNOCHA/Giles Clarke

कैरेबियाई नेताओं से शान्ति व जलवायु कार्रवाई के लिए प्रयास जारी रखने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हेती में एक “प्रभावी बल” के गठन का समर्थन करने की सम्भावित योजना की घोषणा की है. ग़ौरतलब है कि हेती में, सशस्त्र गिरोह, आम आबादी को आतंकित करना जारी रखे हुए हैं.

जलवायु परिवर्तन मामलों के लिए यूएन संस्था (UNFCCC) के प्रमुख साइमन स्टील.
UN Photo/Eskinder Debebe

'सौर महाशक्ति' भारत से, मज़बूत जलवायु योजना बनाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष जलवायु अधिकारी साइमन स्टील का कहना है कि भारत, स्वच्छ ऊर्जा की ओर वैश्विक बदलाव का लाभ उठाने के लिए विशेष स्थिति में है. उन्होंने, इस सप्ताह भारत में एक सम्मेलन में शिरकत करते हुए, भारत से अधिक महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय जलवायु योजनाएँ प्रस्तुत करने का आग्रह किया.

बांग्लादेश में तूफ़ान से रक्षा के लिए, ईंट के पक्के घर बनाए जा रहे हैं.
© BRAC/Fahad Kaizer

बांग्लादेश: ईंट के पक्के घरों के सहारे, तूफ़ानों से रक्षा पक्की करने की कोशिश

बांग्लादेश ने हाल ही में भयंकर बाढ़ का क़हर झेला. ऐसे में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और सहयोगियों ने, जल सम्बन्धी आपदाओं से निपटने में समुदायों की मदद करने के लिए, बाढ़ के झटकों को सहन करने में मज़बूत घर बनाने की एक पायलट परियोजना शुरू की है. ये घर बनाने के लिए पक्की ईंटों का इस्तेमाल किया जाता है.

एशिया प्रशान्त के देशों में, जलवायु परिवर्तन के गहन परिणाम देखने को मिल रहे हैं, और इन देशों की एसडीजी प्रगति भी प्रभावित हो रही है.
© UNICEF/Lasse Bak Mejlvang

एशिया-प्रशान्त, SDG और जलवायु लक्ष्यों पर पीछे, मगर कुछ अच्छे नतीजे भी

एशिया प्रशान्त के लिए संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक आयोग (ESCAP) की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि यह क्षेत्र, टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति के मार्ग पर महत्वपूर्ण स्तर पर पीछे छूट रहा है. अलबत्ता, विभिन्न हैसियत वाले आर्थिक वर्गों के बारे में डेटा उपलब्धता में मौजूद अन्तराल को भरने के लिए नवाचारी और समावेशी कार्यक्रमों के कुछ अच्छे नतीजे भी मिल रहे हैं.

 भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में छोटे किसान का एक खेत.
World Bank

भारत: AI के नुस्ख़ों से किसानों का काम निपुण व किफ़ायती

विश्व बैंक, भारत के उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसे तकनीकी कार्यक्रमों का समर्थन कर रहा है, जो कृषि में प्रौद्योगिकी व कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का इस्तेमाल करते हुए, समावेशन व स्थिरता पर केन्द्रित हैं. इससे किसानों को अधिक सहनसक्षम फ़सलों की क़िस्मों का चयन करने और सही समय पर बुआई तथा कटाई करने में मदद मिल सकती है.

गायत्री महासके, केवीके प्रवरा नामक सामुदायिक रेडियो चलाती हैं.
Gayatri Mhaske/KVK Pravara Community Radio

रेडियो: ‘जलवायु कार्रवाई में भी एक सुलभ व सक्षम साधन'

जलवायु परिवर्तन ग्रामीण समुदायों के जीवन में बाधाएँ उत्पन्न कर रहा है और इससे कृषिजल एवं दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है. लेकिन आज भी बहुत से लोग इस संकट के बारे में व उससे निपटने के कारगर तरीक़ों के बारे में जानकार नहीं हैं. हर वर्ष 13 फ़रवरी को मनाए जाए वाले विश्व रेडियो दिवस के लिए, वर्ष 2025 की थीम भी यही है – ‘रेडियो और जलवायु परिवर्तन’ यानि रेडियो के ज़रिए जलवायु अनुकूलनशमन और भविष्य की तैयारियों को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है.

भूटान के उच्च-पर्वतीय क्षेत्र.
© UNDP Bhutan

भूटान: ‘शिखर पर शान्ति’ लाने के लिए आम लोगों से दान जुटाने की मुहिम

भूटान में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), उच्च-पर्वतीय क्षेत्रों के दूरगामी इलाक़ों में रहने वाले समुदायों को, वन्यजीवों के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने में मदद करने के लिए आम लोगों से धन इकट्ठा करने यानि दान जुटाने का एक अभियान शुरू कर रहा है.

सूडान के अल फ़शर में सउदी अस्पताल के मातृत्व वार्ड में एक नवजात शिशु.
© Al-Saudi Maternity Hospital

संक्षिप्त समाचार: सूडान में अस्पताल पर हमले में बच्चे हताहत, अमेरिका ने पेरिस समझौते से पीछे हटने का दिन किया तय

सूडान के अल फ़शर शहर में परस्पर विरोधी सैन्य बलों के बीच जारी हिंसक टकराव के दौरान सउदी अस्पताल पर हुए एक हमले में कम से चार बच्चे मारे गए हैं और तीन अन्य घायल हुए हैं.

वैज्ञानिकों के अनुसार, मानव-जनित जलवायु परिवर्तन के अनुरूप बदलाव लाने के लिए कारगर समाधान मौजूद हैं.
© WMO/Alfred Lee

जलवायु परिवर्तन केवल किताबी बात नहीं, बल्कि वास्तविकता है, WMO प्रमुख

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की प्रमुख सेलेस्त साउलो ने यूएन न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत में कहा है कि जलवायु परिवर्तन केवल किताबी बात नहीं, बल्कि एक वास्तविकता है जो हम सबकी आँखों के सामने घटित हो रही है. उन्होंने नई दिल्ली में इस बातचीत में कहा कि पृथ्वी हमें कुछ सन्देश दे रही है. हमें इस पैग़ाम को समझकर, उचित कार्रवाई करने की ज़रूरत है, हमें व्यक्तिगत हितों से आगे बढ़कर सामूहिक हितों के बारे में सोचना होगा. सेलेस्त साउलो भारत में मौसम विभाग (IMD) की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर समारोह में भाग लेने आईं थीं...

नेपाल के लांगतांग क्षेत्र में एक ग्लेशियर पिछले कुछ वर्षों से खिसक रहा है.
UN News/Vibhu Mishra

जलवायु आपात स्थिति: 2025, हिमनद संरक्षण के लिए अन्तरराष्ट्रीय वर्ष

जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लेशियर चिन्ताजनक रफ़्तार से खिसकते जा रहे हैं, जिसके मद्देनज़र, यूएन महासभा ने इन महत्वपूर्ण जल स्रोतों की रक्षा के लिए वर्ष 2025 को ‘अन्तरराष्ट्रीय हिमनद संरक्षण वर्ष’ (IYGP) घोषित किया है.