वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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संस्कृति और शिक्षा

चिली के सैंटियागो में पुस्तक लॉन्च के दौरान, मापुचे शिक्षक और What Makes Us Human पुस्तक की मापुज़ुगुन अनुवादक, नेवेन्का कायुलान.
Llanka Cares Cerna

सभी भाषाओं की अहमियत समझाती एक बाल पुस्तक

भाषा मनुष्यों की विशिष्टताओं में से एक है. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिकवैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) द्वारा समर्थित एक नई पुस्तक, बच्चों को भाषा की महत्ता पर विचार करने के लिए प्रेरित कर रही है.

बांग्लादेश में, बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता अभियान के लाभ नज़र आ रहे हैं.
© UNFPA Bangladesh/Farjana Sultana

बाल विवाह से जुड़े 5 मिथक या भ्रान्तियाँ

संयुक्त राष्ट्र की यौन एवं प्रजनन एजेंसी, UNFPA का कहना है कि दुनिया के अनेक क्षेत्रों में, प्रत्येक दिन, औसतन पाँच में से हर एक लड़की का बाल अवस्था में ही विवाह कर दिया जाता है. यह एक ग़ैरक़ानूनी चलन है, जिसकी दुनिया भर में निन्दा होती है, लेकिन फिर भी यह प्रथा वैश्विक स्तर पर फैली हुई है. UNFPA सभी देशों से बाल विवाह के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करने का आग्रह कर रही है.

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन ने, 13 फ़रवरी (2025) को विश्व हिन्दी दिवस मनाया, जिसमें डीजीसी की प्रमुख मैलिसा फ़्लेमिंग ने, हिन्दी की वैश्विक भाषाई महत्ता को उजागर किया.
Permanent Mission of India to the UN

विश्व हिन्दी दिवस: वैश्विक भाषाई कुंजी के रूप में हिन्दी की महत्ता का जश्न

संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग (DGC) की मुखिया और अवर महासचिव मैलिसा फ़्लेमिंग ने कहा है कि भाषा दुनिया के लिए हमारी कुंजी है जो विभिन्न संस्कृतियों को आपस में जोड़ती है, नवाचार को स्फूर्ति देती है, और राजनय व बहुपक्षवाद के लिए टिकाऊ बुनियाद तैयार करती है. इसी कारण से, हिन्दी भाषा भी संयुक्त राष्ट्र के लिए बहुत अहम है.

गायत्री महासके, केवीके प्रवरा नामक सामुदायिक रेडियो चलाती हैं.
Gayatri Mhaske/KVK Pravara Community Radio

रेडियो: ‘जलवायु कार्रवाई में भी एक सुलभ व सक्षम साधन'

जलवायु परिवर्तन ग्रामीण समुदायों के जीवन में बाधाएँ उत्पन्न कर रहा है और इससे कृषिजल एवं दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है. लेकिन आज भी बहुत से लोग इस संकट के बारे में व उससे निपटने के कारगर तरीक़ों के बारे में जानकार नहीं हैं. हर वर्ष 13 फ़रवरी को मनाए जाए वाले विश्व रेडियो दिवस के लिए, वर्ष 2025 की थीम भी यही है – ‘रेडियो और जलवायु परिवर्तन’ यानि रेडियो के ज़रिए जलवायु अनुकूलनशमन और भविष्य की तैयारियों को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है.

कैनेडा में बसे एक सीरियाई शरणार्थी परिवार ने, चॉकलेट के ज़रिए मेज़बान समुदायों का दिल जीतने का एक अनोखा कारोबार शुरू किया, जो बहुत लोकप्रिय हुआ है.
UNHCR / Darren Calabrese

Peace by Chocolate: एक सीरियाई शरणार्थी परिवार की, दिल जीतने की अनोखी मिसाल

Peace by Chocolate, कैनेडा में, स्वादिष्ट चाकलेट बनाने की एक कम्पनी है, जिसकी दास्तान केवल मीठी चॉकलेट बनाने से कुछ अधिक है. इसके संस्थापक और सीईओ तारिक़ हदाद के लिए यह यह कारोबार, उन समुदायों के उत्थान में योगदान देने का एक तरीक़ा है जिन्होंने उन्हें अपने यहाँ अपनाया है. (वीडियो फ़ीचर)...

ब्राज़ील के रियो डी जनेरियो शहर में, एक वैज्ञानिक, रोबोट पर काम करते हुए.
© UNICEF/Mary Gelman

वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए, विज्ञान जगत में महिलाओं की भागेदारी बढ़ाना ज़रूरी

महिलाओं को विज्ञान, टैक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग व गणित जैसे क्षेत्रों से जितना दूर रखा जाएगा, वैश्विक चुनौतियों से निपटने की हमारी क्षमता उतनी ही अधिक सीमित हो जाएगी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार, 11 फ़रवरी, को ‘विज्ञान में महिलाओं व लड़कियों के लिए अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ पर जारी अपने सन्देश में यह बात कही है.

यूनेस्को ने मोसुल के पुनर्निर्माण में सहायता की, जिसने इराक़ के दूसरे सबसे बड़े शहर केा युद्ध-ग्रस्त क्षितिज, पुनर्जीवित हो उठा है.
© UNESCO

इराक़: दुनिया ने, किस तरह मोसूल को युद्ध के गर्त से निकलने में सहारा दिया

आतंकवादी संगठन आइसिल / दाएश के लड़ाकों ने वर्ष 2014 में, इराक़ के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसूल पर हमला कर दिया था. उन्होंने सैकड़ों साल पुराने ऐतिहासिक स्थलों को नष्ट कर दियाताकि शहर के इतिहास को मिटाकर, वहाँ के लगभग 20 लाख लोगों पर अपना सख़्त एवं दमनकारी शासन थोप सकें.

यमन के सअदा शहर में लड़ाई में बर्बाद हुए अपने पुराने स्कूल में बच्चे.
© UNOCHA/Giles Clarke

संकटों से प्रभावित, 23 करोड़ स्कूली बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की अपील

दुनिया भर में संकट-प्रभावित क्षेत्रों में स्कूली आयु के ऐसे बच्चों की संख्या में तेज़ उछाल दर्ज किया गया है, जिन्हें गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए तुरन्त समर्थन मुहैया कराए जाने की आवश्यकता है. आपात हालात और लम्बे समय से जारी संकटों में शिक्षा प्रयासों के लिए वैश्विक कोष (Education Cannot Wait) का कहना है कि इन बच्चों की संख्या 2024 के अन्त तक 23.4 करोड़ तक पहुँच गई, और इसलिए सैन्य ख़र्चों के बजाय विकास में और बम की बजाय स्कूलों में निवेश करना होगा.

बहरीन में एक ग़ोताख़ोर मोतियों की तलाश करते हुए. मोतियों ने सदियों से बहरीन की ख़ुशहाली को सहारा दिया है.
Danat/Bahrain

बहरीन की हज़ारों वर्ष पुरानी मोती विरासत, नई पीढ़ी ने दिया नया जीवन

बहरीन का नाम लम्बे समय से मोतियों से जुड़ा हुआ है. इसके उथले जल व समुद्र में फैले सीपों के विस्तार, हज़ारों वर्षों से इस द्वीप की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहे हैं. इस खाड़ी देश की मोती संग्रहण विरासत, केवल इतिहास का एक अध्याय नहीं है – बल्कि यह इसकी सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. नई पीढ़ी ने इस विरासत में नई जान फूँकी है. बहरीन के ऐतिहासिक मोती संग्रहण स्थल को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है... (वीडियो फ़ीचर)

बहरीन में मोती खोजने के लिए की जाने वाली ग़ोताख़ोरी का एक हिस्सा, पारम्परिक गीत-संगीत भी है.
UN News/ Abdelmonem Makki

बहरीन की मोती विरासत: हज़ारों वर्ष पुरानी परम्परा को नया जीवन

बहरीन का नाम लम्बे समय से मोतियों से जुड़ा हुआ है. इसके उथले जल व समुद्र में फैले सीपों के विस्तार, हज़ारों वर्षों से इस द्वीप की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहे हैं. अंग्रेज़ी भाषा के ऑक्सफोर्ड शब्दकोश के अनुसार, मोती संग्रहण (Pearling), एक ऐसी गतिविधि होती है, जिसमें पानी में ग़ोता लगाकर मोती सीपों को पकड़ा या इकट्ठा किया जाता है. यूनेस्को ने बहरीन के ऐतिहासिक मोती संग्रहण स्थल को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है.